एक जैसी ही दिखती थी............माचिस की वो तीलियाँ,
कुछ ने दीये जलाये....................और कुछ ने घर।
कुछ ने महकाई.................. अगरबत्तियां मंदिर में,
तो कुछ ने सुलगाए..............सिगरेट के कश।
कहीं गरमाया चूल्हा..............और बनी रोटियां,
तो कहीं फटे बम .........….....और बिखरी बोटियाँ।
जली कहीं शादी में...............हवन कुंड की अगन,
तो फूंकी गई कहीं...............दहेज की कमी से सुहागन।
काजल कभी ..…..........नवजात शिशु का बनाया गया,
शमशान में किसी............चिता को जलाया गया।
एक सी दिखती थी............माचिस की वो तीलियाँ,
पर सभी ने एक.................अलग ही रंग दिखाया।
महिलाओं और पुरुषों में बांझपन (इनफर्टिलिटी) को ऐसे करें दूर।
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आज के बदलते लाइफस्टाइल के कारण इंफर्टिलिटी की समस्या बहुत देखने को मिल रही
है। पुरुष हो या महिला इंफर्टिलिटी के कारण पेरेंट्स बनने का सपना अधूरा रह
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2 वर्ष पहले
1 टिप्पणियाँ:
pheli baar padha hai aapko...laga ab ja kar kuch naya padha hai humne. bahut khub!
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