
एक साधक के पास एक
व्यक्ति ने आकर अपना
दुखड़ा सुनाया। वह अपनी
पत्नी से बहुत परेशान था।
उसने कहा कि उसकी पत्नी
बहुत कंजूस और कठोर
अनुशासन वाली है। उसके
नियम ,कायदोँ और
पाबंदियोँ से वह तंग आ
गया है।
इस संसार की व्यापकता अपार है जिसमेँ हम सितारोँ की दूरी तथा समुद्र की गहराई का अन्वेषण करते हैँ।इस ब्रहमाण्ड को जानने की कोशिश करते हैँ परन्तु हम कौन हैँ , तथा इस संसार मेँ क्योँ आये हैँ। इस विषय मेँ कितना जानते हैँ ? डा. अशोक कुमार "अंजान"
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