महिलाओं और पुरुषों में बांझपन (इनफर्टिलिटी) को ऐसे करें दूर।
-
आज के बदलते लाइफस्टाइल के कारण इंफर्टिलिटी की समस्या बहुत देखने को मिल रही
है। पुरुष हो या महिला इंफर्टिलिटी के कारण पेरेंट्स बनने का सपना अधूरा रह
...
3 वर्ष पहले
20 टिप्पणियाँ:
सरल और स्पष्ट रचना
वाह
वाह मोहब्बत हो तो ऐसी……………बहुत सुन्दर्।
कसम दी उसने दिल का हाल किसी से ना कहेँ ,
हर जुबां को उसकी मैँने अहदे वफा बना रखा है ।
वाह जनाब वाह क्या बात है
बहुत खूब
मोहब्बत हो तो ऐसी
pyari si mohabbat:)
बहुत ख़ूबसूरत..
क्या गजब है भाई .....
हर एहसास को मैंने दिल में छुपा रखा है..!
कसम दी उसने दिल का हाल किसी से ना कहेँ ,
हर जुबां को उसकी मैँने अहदे वफा बना रखा है ।
उफ़ ये मुहब्बत.
"वैसे मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है"
सुन्दर अभिव्यक्ति।n
वाह... बेहतरीन!!!
सुन्दर अभिव्यक्ति!
दिल से चाहा उसे वफा करता रहा मैँ ,
सामने सभी के मगर बेवफा बना रखा है ।
खूबसूरत एहसास बाकी कुँवरजी का आशीर्वाद तो आप को मिल ही चुका है
bhaiajaan aapki mhbubaa qsaai thi isliyen usne dil ke to tukde kr diye lekin aap bhi km baagvaan nhin tukdon se hi aek nya dil uga liyaa to jnaab yeh to hui mzaaq ki baat lekin ab shi bat to yeh he ke gzl or uski thim men dm he dil ko chhu liyaa he aapki is gzl ne bdhaai ho jnab. akhtar khan akela kota rajsthan
क्या बात है...चाहत हो तो ऐसी वर्ना क्या रखा है..
अच्छी रचना...
बेहद खूबसूरत अहसास
>>> ओम कश्यप जी
>>> प्रवीण पाण्डेय जी
>>> वन्दना जी
>>> उस्ताद जी
आप सभी का ब्लोग पर आकर हौशलाअफजाई करने और स्नैह के लिए धन्यवाद ।
>>> मुकेश कुमार सिंहा जी
>>> कैलाश सी शर्मा जी
>>> कुवँर कुशमेश जी
>>> केवल राम जी
आप सभी का ब्लोग पर आकर प्रोत्साहन एवं सहयोग के लिए बहुत बहुत आभार ।
>>> निर्मला कपिला जी
>>> शाहनवाज जी
>>> रमेश कुमार जैन जी
>>> नवीन सी चतुर्वेदी जी
आप सभी का सहयोग एवँ स्नैह के लिए तहेदिल से शुक्रियाँ ।
>>> अख्तर खान अकेला जी
>>> वीना जी
>>> रचना दीक्षित जी
आप सभी का स्नैह एवं प्रोत्सहन के लिए शुक्रियाँ ।
कुछ कुछ खुशनुमा सी .....
एक टिप्पणी भेजें