महिलाओं और पुरुषों में बांझपन (इनफर्टिलिटी) को ऐसे करें दूर।
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आज के बदलते लाइफस्टाइल के कारण इंफर्टिलिटी की समस्या बहुत देखने को मिल रही
है। पुरुष हो या महिला इंफर्टिलिटी के कारण पेरेंट्स बनने का सपना अधूरा रह
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3 वर्ष पहले
11 टिप्पणियाँ:
पीड़ान्तक अभिव्यक्ति।
बहुत ही सार्थक एवं सुन्दर संदेश देती प्रस्तुति बहुत पसन्द आई।
कयूँ घोट दिया गला उन्होँने मेरे एकवार का ,
लूटा ही गया है मुझको नाम देकर प्यार का ।
ह्रदय की पीड़ा उभर आई है इन शब्दों में ....क्या कहूँ
बहुत शिकायत है ज़माने से !
Ye jamaana aisa hi hai ... bahut peeda hai gazal mein ...
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (7-3-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
लूट लिए जाते हैं वफ़ा की राह में अक्सर
लूट ले जाते हैं गमखार ही ...
होता है कभी कभी ऐसा भी जिंदगी में ...
दर्द को बयान कर रही है कविता !
मेरे वो दोस्त जिन पर मैँ करता था नाज कभी ,
करके यकीँ जिनको बतलाये अपने मैँने राज सभी ।
हाय अफसोस ! उन्हीनेँ तोड़ा है मेरे यकीन को ,
पहले नहीँ मालूम था निकलेगेँ धोखेवाज वहीँ ।....
बेहद भावपूर्ण मार्मिक रचना...
मेरे वो दोस्त जिन पर मैँ करता था नाज कभी ,
करके यकीँ जिनको बतलाये अपने मैँने राज सभी ।
हाय अफसोस ! उन्हीनेँ तोड़ा है मेरे यकीन को ,
पहले नहीँ मालूम था निकलेगेँ धोखेवाज वहीँ ।
बहुत ही यथार्थपरक सुन्दर रचना..
ab bhi sambhal jaiye janaab log hathon me namak liye ghoomte hain.
नाटक ना करो जबान से प्यार के इजहार का ,
लूटा ही गया है मुझको नाम देकर प्यार का ।
आपकी पीड़ा समझने लायक है.
निकला है कौन इतना बेवफा अशोक जी ?
हाँ, प्यार में चलती है बहुत नोक-झोंक जी.
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