मंगलवार, जुलाई 13, 2010

युगान्तर

राम युग मेँ दूध दिया,
कान्हा युग मेँ घी।

कलयुग मेँ शराब दी,
इसे सोच समझ कर पी।।

2 टिप्पणियाँ:

मनोज ने कहा…

युगोँ की कितनी सुन्दर व्याख्या की हैँ। बधाई! इस पते पर क्लिक कर सकते हैँ।

Nitin kapur ने कहा…

अच्छी सलाह है। शुभकामनायेँ