खो जाने दो मुझको यारो , उन गुमनाम अंधेरोँ मेँ ।
लौटे जहाँ से कोई ना सुरज , आते देख सवेरोँ मेँ।।
पोछो मत तुम मेरे आँसू , इनको अब बह जाने दो ।
देखेगा जब कोई इनको , अपनी व्यथा सुनाने दो।।
मेरी तड़पन मेरे दिल से , यारो अब तुम मत पूछो ।
जहाँ ले चली राहेँ मुझको , जाने दो तुम मत रोको।।
जब-जब मेरी आस बंधी हैँ, साथ ही साथ वो टूट गई ।
जीवन नैया जब-जब देखो, साथ ही साथ वो छूट गई।।
जिसको तुम अपना कहते हो , यारो बहम तुम्हारा हैँ।
टूट चुका हैँ अपना सितारा , ये सब गलत नजारा है।।
लुभा ना पायी चमक-दमक ये , मुझको मेरे विचारो को।
ढूढ रहा है "अंजान" अपने, टूटे हुए सितारोँ को।।
महिलाओं और पुरुषों में बांझपन (इनफर्टिलिटी) को ऐसे करें दूर।
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आज के बदलते लाइफस्टाइल के कारण इंफर्टिलिटी की समस्या बहुत देखने को मिल रही
है। पुरुष हो या महिला इंफर्टिलिटी के कारण पेरेंट्स बनने का सपना अधूरा रह
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3 वर्ष पहले
16 टिप्पणियाँ:
भाव प्रधान पंक्तियाँ।
लुभा ना पायी चमक-दमक ये , मुझको मेरे विचारो को।
ढूढ रहा है "अंजान" अपने, टूटे हुए सितारोँ को।।
....बहुत खूब...उम्दा !
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'शब्द-शिखर' पर आपका स्वागत है !!
भाव पूर्ण रचना के लिए हार्दिक बधाई |
आशा
बहुत खूबसूरती से लिखे हैं एहसास ..पर जीवन चलने का नाम ..और सितारे भी चमकेंगे ..हौसला चाहिए ...
खो जाने दो मुझको यारो , उन गुमनाम अंधेरोँ मेँ ।
लौटे जहाँ से कोई ना सुरज , आते देख सवेरोँ मेँ।।
पोछो मत तुम मेरे आँसू , इनको अब बह जाने दो ।
देखेगा जब कोई इनको , अपनी व्यथा सुनाने दो।
बेहद खूबसूरत अश`आर.....
पोछो मत तुम मेरे आँसू , इनको अब बह जाने दो ।
देखेगा जब कोई इनको , अपनी व्यथा सुनाने दो।।
अच्छी लगी आपकी कविता
Sundar bhav sanjoe hai aapane is kavita main .....Shubhkaamnaae!
ek nigaah yahan bhi
http://anushkajoshi.blogspot.com/
भावपूर्ण पंक्तियाँ .
ब्लॉग पर इज्जत अफजाई का बहुत बहुत शुक्रिया.
पोछो मत तुम मेरे आँसू , इनको अब बह जाने दो ।
देखेगा जब कोई इनको , अपनी व्यथा सुनाने दो।।
Bahut hi mohak panktiyaan
Dil ko chhu jati hain....
सुन्दर एहसास के साथ लिखी हुई इस शानदार और लाजवाब रचना के लिए बहुत बहुत बधाई!
ग़ज़ल में बोल बड़ी खूबसूरती से उभर रहे हैं , पर इतनी मायूसी अच्छी नहीं ।
सुंदर रचना
लुभा ना पायी चमक-दमक ये,मुझको मेरे विचारो को।
ढूढ रहा है "अंजान" अपने, टूटे हुए सितारोँ को।।
आप सभी आदरणीये तथा प्रिय मित्रोँ का स्नैह रुपी तथा उत्प्ररक टिपणियोँ के लिए बहुत - बहुत शुक्रिया ।
बहुत ही खूबसूरत कविता हैँ। शुभकामनायेँ
bahut hi shandar shabdo se nawaji gayi kavita.....bhadai...
aapne bahut sunder kavita likhi hai...congrts.
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